योग कि सुरुवात महत्व।Beginning of Yoga and Importance 2023

beginning of yoga

योग की शुरुआत कब हुई।

इसके बाद वैदिक ऋषि-मुनियों ने योग की शुरुआत की। द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने योग को विस्तार रूप दिया। वहीं, गौतम बुद्ध और महावीर जी ने भी योग को अपनाया। आधुनिक समय में ऋषि पंतजलि ने योग को व्यवस्थित रूप दिया

कुछ विद्यावान  का यह भी मन्ना है कि

पच्छिमी विद्यावान ये मानते आये थे कि योग का जन्म करीब 500 ईशा पूर्व हुआ था जब बौद्ध धर्म का प्रादुभार्व हुआ। लेकिन हड़प्पा और मोहनजोदारो में जो उत्खनन हुआ, उसमे प्राप्त योग मुद्राओं से ज्ञात होता है कि योग का चलन 5000 वर्ष पहले से ही था।

कब है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस?।

अंतरास्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाया जाता है और यह विचार पप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में महासभा के 69 वें सत्र में अपने भाषण के दौरान प्रस्तावित किया था 

अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 जून को मनाया जाता है। यह दिन वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घायु बनाता है।

योग पर श्रीमान नरेंद मोदी जी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में क्या कहा चलिए जानते हैं।

पहली बार यह दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसकी पहल भारत के प्रधानमन्त्री श्रीमान नरेन्द्र मोदी नें 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण से की थी जिसमें उन्होंने कहा था कि:

“योग भारत की प्राचीन परम्परा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है; मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है; विचार, संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है। यह व्यायाम के बारे में नहीं है, लेकिन अपने भीतर एकता की भावना, दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में है। हमारी बदलती जीवन- शैली में यह चेतना बनकर, हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है। तो आयें एक अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं।” beginning and importance of yoga

 श्री नरेन्द्र मोदीसंयुक्त राष्ट्र महासभा

जिसके बाद 21 जून को “अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस” घोषित किया गया। 11 दिसम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को “अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस” को मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली। प्रधानमन्त्री मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अन्दर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया, जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय है।[1]

योग दिवस का महत्व।

योग एक प्रवृत्ति है जो वर्षों से फल-फूल रही है, इतना ही नहीं यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने में एक पथ प्रदर्शक बन गया है

योग की प्रत्ये्क गतिविधि लचीलेपन, शक्ति, संतुलन में सुधार और सद्भाव प्राप्त करने की कुंजी है। योग को अपनाने और प्रतिदिन योगाभ्यास करने और आनंद देने में मदद करने के लिए योग पोर्टल एक मंच बन गया है।

योग संसाधनों, सामान्य योग (प्रोटोकॉल) प्रशिक्षण वीडियों और नवीनतम योग कार्यक्रमों में भाग लेने और उनकी खोज करने के लिए एक आदर्श प्रवेश द्वार है beginning and importance of yoga

आयुष मंत्रालय।।(Ministry of Ayush)

International Yoga Day 2022: योग न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक सेहत के लिए भी अच्छा होता है. योग के महत्व को बताने के लिए और लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस यानी इंटरनेशनल योग दिवस मनाया जाता है. आपको बता दें कि हर साल की तरह इस बार भी 21 जून को अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. हर साल योग दिवस को मनाने के लिए एक थीम रखी जाती है.

साल 2022 में मनाए जाने वाले योग दिवस यानी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 8वें संस्करण की थीम “योग फॉर ह्यूमैनिटी” (Yoga for Humanity) है. “मानवता के लिए योग”, इस थीम पर ही दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाएगा. गौरतलब है कि भारत को योग गुरु कहा जाता है. इसलिए आयुष मंत्रालय (Ministry of Ayush) ने 21 जून को दुनियाभर में आयोजित होने वाले योग दिवस की ये खास थीम चुनी. जानकारी के मुताबिक इस बार मुख्य कार्यक्रम कर्नाटक के मैसूर में आयोजित किया जाएगा. मैसूर में इस खास कार्यक्रम का नेतृत्व पीएम मोदी करेंगे

आपको बता दें कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को विश्व योग दिवस मनाने की घोषणा की थी. जिसके बाद साल 2015 में 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया गया और ये सिलसिला अभी तक जारी है. हांलाकि, भारत में योग का इतिहास बहुत पुराना है.

नई दिल्ली कि कुछ बातें। 

नई दिल्‍ली. हर बार की तरह इस बार भी 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस (International day of Yoga 2022) की थीम तय की गई है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के आने के बाद से योग को लेकर लोगों की रुचि और विश्‍वास बढ़ा है.

इतना ही नहीं योग से मिले फायदे के बाद इसे पूरी मानवता के लिए जरूरी माना जा रहा है. यही वजह है कि इस बार की थीम भी यही सोचकर तय की गई है. beginning and importance of yoga

21 जून 2022 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 8वां संस्करण मानवता के लिए योग विषय के साथ मनाया जाएगा. आयुष मंत्रालय ने 21 जून 2022 को भारत और दुनिया भर में आयोजित होने वाले 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए इस विषय को चुना है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 समारोह का मुख्य कार्यक्रम कर्नाटक के मैसूर में आयोजित किया जाएगा.

बता दें कि कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित पिछले साल के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga day) का विषय स्वास्थ्य के लिए योग था लेकिन इस बार इसे मानवता के लिए किया गया है. हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि यह बताता है

कि कैसे कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, योग ने पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की और कोविड के बाद उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य में भी, यह करुणा और दया के माध्यम से लोगों को एक साथ लाएगा, एकता की भावना को बढ़ावा देगा और दुनिया भर के लोगों के जीवन में आसानी लेकर आएगा.

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि योग एक ऐसा अभ्यास है जो भीतर से आनंद, स्वास्थ्य और शांति लाता है और यह व्यक्ति की आंतरिक चेतना तथा बाहरी दुनिया के बीच निरंतर संबंध की भावना को गहराई प्रदान करता है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 इस विषय को उचित रूप से प्रचारित करने में सफल होगा.

खास बात है कि मानवता के लिए योग पर ध्यान केंद्रित करते हुए, इस वर्ष विशेष रूप से दिव्यांग लोगों, ट्रांसजेंडर आबादी, महिलाओं और बच्चों पर फोकस होगा, इन लोगों के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए गए हैं. स्कूलों में योग शिक्षा का एक अभिन्न अंग, मानवीय मूल्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है. इस वर्ष हमारे गांवों/ग्राम पंचायतों में भी बड़ी संख्या में भागीदारी होगी,

क्योंकि सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) के अभ्यास और प्रशिक्षण को बढ़ावा दे रहे हैं और उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 में लाखों ग्रामीण नागरिक भी भाग लेंगे.

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 8वें संस्करण में कई चीजें पहली बार देखने को मिलेंगी, उनमें से गार्जियन रिंग एक नया कार्यक्रम है, जो सूर्य की गति को प्रदर्शित करेगा, योग करने वाले लोगों की भागीदारी विभिन्न देशों में, पूर्व से शुरू होकर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए सूर्य की गति के साथ होगी.

यह एक अद्भुत रिले योग स्ट्रीमिंग कार्यक्रम होगा, जिसका दूरदर्शन के चैनलों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा. देश इन दिनों आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है, ऐसे में 75 राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित स्थलों पर भी 21 जून को बड़े पैमाने पर सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन होगा, जबकि संबंधित राज्य भी अपने चयन के अनुसार 75 महत्वपूर्ण स्थानों पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करेंगे.

मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से आयुष मंत्रालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई 2022) के 8 वें संस्करण को कई कार्यक्रमों के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है. 13 मार्च 2022 को 100 दिनों की उलटी गिनती को चिह्नित करने के लिए एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम मनाया गया. दुनिया भर में 13 मार्च से 21 जून, beginning and importance of yoga

2022 तक 100 दिन, 100 शहर और 100 संगठन को शामिल करने वाले इस अभियान को शुरू किया गया. नई दिल्ली के लाल किले में 75वें दिन उलटी गिनती का कार्यक्रम आयोजित किया गया. 50वें दिन की उलटी गिनती असम के शिवसागर में मनाई गई और 25वें दिन की उलटी गिनती तेलंगाना के हैदराबाद में मनाई गई. beginning and importance of yoga

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